Monday, May 20, 2019

चीन ने अमेरिका से कहा- लंबे समय तक नुकसान देने वाले कदम न उठाएं

चीन ने अमेरिका को सलाह दी है कि वह उसे लंबे समय तक नुकसान पहुंचाने वाले कदम न उठाए। आपसी सहयोग दोनों देशों के हित में है, जबकि मतभेद से नुकसान ही होगा मौजूदा हालात में दोनों देशों के सामने सहयोग की दिशा में आगे बढ़ना ही एकमात्र सह्य विकल्प है। चीन के शीर्ष राजनयिक वांग यी ने अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ को यह सलाह दी है। चीन के स्टेट काउंसलर और विदेश मंत्री वांग ने शनिवार को पोम्पिओ से टेलीफोन पर बातचीत की। उन्होंने कहा, चीन के हितों को नुकसान पहचाने वाले कदमों के साथ अमेरिका को ज्यादा आगे नहीं बढ़ना चाहिए।

ट्रंप द्वारा अमेरिकी कंपनियों को विदेश में बने दूरसंचार उपकरणों के इस्तेमाल से प्रतिबंधित करने के कुछ दिन बाद दोनों नेताओं के बीच यह बातचीत हुई। समझा जा रह्य है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टेलीकॉम उपकरण बनाने वाली चीन की प्रमुख कंपनी हुवावे को प्रतिबंधित करने के लिए यह कदम उठाया है। चीन ने ट्रंप के इस आदेश के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी थी। दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच बढ़ते आयात शुल्क और अन्य मुद्दों को लेकर तनातनी देखने को मिल रही है। इससे विश्व अर्थव्यवस्था की रफ्तार प्रभावित होने का खतरा पैदा हो गया है।

चीन-अमेरिका के बीच इस महीने ट्रेड वॉर और ज्यादा गहरा गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 10 मई को 14 लाख करोड़ रुपए के चीनी सामान पर आयात शुल्क 10% से बढ़कर 25%कर दिया था। चीन के उत्पादों पर आयात शुल्क बढ़ने का सबसे ज्यादा असर टेलीकॉम और कंप्यूटर उपकरणों पर  पड़ेगा। जवाब में चीन ने 4.20 लाख करोड़ रुपए के अमेरिकी उत्पादों के आयात पर शुल्क लगाने की घोषणा की है।

ट्रंप की मांग - चीन अमेरिका के साथ व्यापार घाटा कम करे
 ट्रंप मांग कर रहे हैं कि चीन अमेरिका के साथ भारी व्यापार मात घाटे को कम करे। यह पिछले साल बढ़कर 53,900 करोड़ डॉलर (करीब 37.73 लाख करोड़ रु.) पर पहुंच गया है। इसके अलावा वह इंटलेक्चुअल प्रॉपटी राइट, टेक्नोलॉजी ट्रांसफर के अलावा चीन के बाजार को और अधिक अमेरिकी वस्तुओं के लिए खोलने के लिए कदम उठाने पर जोर दे रहे हैं।

हुवावे पर प्रतिबंध के बाद चीन में 'बायकॉट एपल' अभियान तेज़ हुआ चीन की कंपनी हुवावे पर अमेरिका में प्रतिबंध के बाद चीन में 'बायकॉट एपल' मूवमेंट तेज हुआ है। रिपोट्र्स के मुताकि चीन की शॉर्ट मैसेजिंग वेवसाइट वाइवो पर लोग अमेरिकी कंपनी एपल और ट्रंप के खिलाफ टिप्पणियों की संख्या में खासी तेजी आई है। एक यूजर ने अपनी एक पोस्ट में लिखा, टेड वॉर देखकर मैं खुद को दोषी महसूस कर रहा हूं। मेरे पास पैसा आ जाएगा तो मैं तत्काल अपना स्मार्टफोन (आईफोन) को बदल लुगा। एक अन्य ने पोस्ट में लिखा मेरा मानना है कि हुवावे की ब्रांडिंग गजब ।की है। इसने एपल को आठ टुकड़ों में काट दिया है। चीन ने राष्ट्रीय आपदा घोषित करने वाले आदेश पर हस्ताक्षर करने के ट्रंप के फैसले की आलोचना की है। यह आदेश अमेरिकी कंपनियों को विदेश में बने उपकरणों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाता है।

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