Wednesday, May 15, 2019

पंजाबः बेअदबी में घिरी शिअद, एयर.स्ट्राइक पर करतारपुर कॉरिडोर भारी

पंजाबी सूत्रे को बीच से चीरती भारत और पाकिस्तान की जीरो लाइन पर लगे कंटीले तार। डेरा बाबा नानक के पास भारत के करतारपुर स्थल से मनप्रीत सिंह पाकिस्तान में बने गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब की झलक का इंतजार कर रहे थे। करतारपुर कॉरिडोर के लिए पाकिस्तान में तेजी से सड़क बनाई जा रही थी जिसकी उड़ती धूल में श्री करतारपुर साहिब आंखों से ओझल हो रहा था। करीब 20 मिनट बाद उन्हें गुरुद्वारे की झलक मिली, आंखों में तसल्ली का भाव दिखा।
मनप्रीत खुश थे कि वे पाकिस्तान जाकर श्री करतारपुर
साहित्र जा पाएंगे। इसका श्रेय वे नवजोत सिंह सिद्ध को देते हुए कहते हैं- जिस तेजी से पाकिस्तान सड़क
बना रहा है उस तेजी से भारत में काम नहीं रहा है। वे सीधे बोलते हैं, चुनाव में इसका सीधा असर होगा। नि एयर स्ट्राइक को वे तमाशा करार देते हैं। पंजाब में इस  मुद्दे के अलावा बेअदबी का मुद्दा भी ज्यादा प्रभावी है।

अमृतसर में करतारपुर कॉरिडोर का मुदा गरम है।
 यहां नवजोत सिंह सिद्धू भी क्रेडिट ले रहे हैं। यहां उपचुनाव
में जीते गुरजीत सिंह को कांग्रेस ने दोबारा टिकट दिया है
है। भाजपा ने 2014 में यहां अरुण जेटली को उतारा व
था। वे हार गए थे। इस बार भाजपा ने सिख समीकरण दि
को देखते हुए राज्यमंत्री हरदीप सिंह पुरी को टिकट टि
दिया है। इन्हें लोग बाहर से लाए गए उम्मीदवार के तौर
पर देख रहे हैं। जबकि कांग्रेस उम्मीदवार मिलनसार
स्वभाव के कारण ज्यादा लोकप्रिय हैं। होशियारपुर में दो दशक से कोई भी पार्टी लगातार दोबारा चुनाव नहीं जीत पाई है। पिछली बार यहां भाजपा के विजय सांपला जीते थे। इस बार भाजपा ने उनका  टिकट काटकर सिटिंग विधायक सोमप्रकाश को दिया है। जबकि कांग्रेस की ओर से डॉ. राजकुमार चव्वेवाल मैदान में हैं। सांपला के खिलाफ क्षेत्र में नाराजगी है।  माना जा रहा है कि भाजपा ने सोम प्रकाश को टिकट के देकर वापसी की है। सोमप्रकाश को अच्छी छवि का फायदा मिल सकता है। 2009 के चुनाव में वे सिर्फ 7 500 वोटों के अंतर से हारे थे।
फरीदकोट अकालियों का गढ़ माना जाता है।पिछली बार यहां आप से प्रोफेसर साधू सिंह जीते थे। ।

 आप ने इन्हें फिर टिकट दिया है। शिअद ने गुलजार सिंह राणिके और कांग्रेस ने मोहम्मद सद्दीक को टिकट दिया है। यहां बेअदबी का मुद्दा गरम है। शिअद इसी में घिरी हुई है।
 फिरोजपुर से शिअद चीफ सुखबीर सिंह बादल मैदान में हैं। पिछली पांच बार से यहां शिअद जीत रहीहै। पिछली बार यहां से शेर सिंह घुबाया जीते थे, जो बाद में कांग्रेस में चले गए। कांग्रेस ने उन्हें ही टिकट दिया है। आप ने यह्म हरजिंदर सिंह काका को टिकट दिया है। बता दें-आप पिछली बार यहां एक लाख सेपहली बार...पंजाब डेमाक्रेटिक अलायंस मुकाबले में है। छह पार्टियों से बना यह अलायंस 5 सीटों पर सीधा असर दिखाएगा। ज्यादा वोट ले गई थी। यहां कांग्रेस कई धड़ों में बंटी हुई है। ऐसे में सुखबीर सिंह बादल मजबूत दिख रहे हैं। बठिंडा में पिछली तीन बार से शिअद जीत रह्म है। दो बार से तो सुखबीर सिंह बादल की पत्नी हरसिमरत कौर यहां से सांसद हैं। वे इस बार भी मैदान में हैं। कांग्रेस ने यहां अमरिंदर सिंह राजा बडिंग और आप ने प्रोफेसर बलजिंदर कौर को टिकट दिया है। यहां पंजाब एकता पार्टी ने सुखपाल सिंह खेहरा को उतारा है। ये शिअद का वोट काटेंगे। ऐसे में टक्कर कांटे की बेअदबी के असर को कम करने के लिए परकाश सिंह    बादल खुद अपनी बहू के लिए यहां प्रचार में उतरे हैं।
यहां उनकी स्थिति चिंताजनक है। लधियाना में पिछली बार कांग्रेस के खनीत सिंह बिट्टू सांसद चुने गए थे। इस बार कांग्रेस ने उन्हें टिकट दिया है। रवनीत पंजाब के पूर्व सीएम बेअंत सिंह के पोते हैं। शिअद ने उनके मुकाबले में महेश इंदर सिंह ग्रेवाल को उतारा है। यहां मुख्य मुकाबला कांग्रेस के रवनीत और पीडीए के सिमरनजीत सिंह के बीच है। कांग्रेस बढ़त में दिखती है।संगरूर में पिछली बार आप के भगवंत मान जीते थे। वे दोबारा मैदान में हैं। शिअद की ओर से परमिंदर सिंह ढींढसा को टिकट मिला है। कांग्रेस ने केवल सिंह ढिल्लो को उतारा है। यहां गांवों में भगवंत मान की पकड़ अच्छी है। आप और कांग्रेस में रोचक मुकाबला हो सकता है।
पटियाला में 2014 में आप के धरमवीर गांधी नेअमरिंदर सिंह की पत्नी परनीत कौर को 21 हजार वोटों से हराया था। कांग्रेस ने परनीत को फिर टिकट दिया है। हालांकि इस बार धरमवीर आप छोड़कर नवां पंजाब पार्टी बना चुके हैं, जो कि पीडीए का हिस्सा है। शिअद ने यहां सुरजीत सिंह खड़ा को टिकट दिया है। यहां कांग्रेस और पीडीए के बीच रोचक मुकाबला है। श्री आनंदपुर साहिब, फतेहगढ़ साहिब और खड़र साहिब पंथक सीटें मानी जाती हैं। इस कारण बेअदबी का मसला ज्यादा प्रभावी है। जिस ।नुकसान शिअद को हो सकता है।

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