Tuesday, May 21, 2019

भाजपा ने कहा- विशेष सत्र बुलाया जाए नाथ बोले-4 बार बहुमत साबित कर चुके

नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने के लिए राज्यपाल को लिखा पत्र ,

एग्जिट पोल के नतीजों से प्रदेश में सियासी पारा चढ़ गया है। भाजपा इन नतीजों को लोकसभा चुनाव परिणाम में परिवर्तित होना तय मानते ह्या इसे जनता का कांग्रेस सरकार के प्रति अविश्वास बता रही है और उससे विश्वास हासिल करने की मांग कर रही है। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने विधानसभा का विशेष सत्र बुलाए जाने के लिए राज्यपाल को पत्र लिखा है, जिसमें जनसमस्याओं को लेकर चर्चा कराए जाने की बात कही है।

हालांकि भार्गव के पत्र में फ्लोर टेस्ट कराए जाने का जिक्र नहीं है। दिन भर चले इस घटनाक्रम के बाद शाम को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि भाजपा पहले दिन से फ्लोर टेस्ट करना की बात कर रह्म है। पिछले पांच महीनों में हमने चार बार अपना बहमत साबित किया है। विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव की बात हो या उपाध्यक्ष, अनुपूरक बजट हो या बजट की बात। हमने हमेशा अपना वमत सावित किया। हमे कोई समस्या नहीं है। 

भाजपा का राज्यपाल को काफी  गंभीर समस्याओं से जूझ रहा हैप्रदेश
भार्गव ने राज्यपाल को लिखे पत्र में कहा है कि नई सरकार से करीब 6 महीने हो चुके हैं। इस दौरान प्रदेश में । कई ज्वलंत समस्याएं उत्पन्न हो गई हैं। प्रदेश में पेयजल का गंभीर संकट हो गया है। कानून व्यवस्था बिगड़ गई।  है। किसनों को गेहू-चने का उपार्जन एवं भुगतान नहीं हो पा रहा हैं ऋणमाफी को लेकर किसान अमित और ।परेशान है।

पूर्व से चल रही संमत एवं अन्य लोकप्रिय योजनाओं का लाभ प्रदेश के हितग्राहियों को नहीं मिल पा रहा है। गत 18 फरवरी को एक दो दिन के पत्र में इन सभी विषयों पर चर्चा नहीं हो सकी थी, जिसे प्रदेश का था वर्ग अदलित है। अतः विशेष सत्र बुलाए जाने के लिए मुख्यमंत्री को निर्देशित करने का कष्ट करें।

 सत्र बुलाना जरूरी है?

कोई संवैधानिक बाध्यता नहीं, यह राजनीतिक मागे विधानसभा के पूर्व प्रमुख सचिव वोडी ईसरानी का कहना है कि राज्यपाल को नेता प्रतिपक्ष के पत्र पर सत्र बुलाने की कोई संवैधानिक याध्यता नहीं है। नेता प्रतिपक्ष
 जिन मुद्दों की बात कर रहे हैं। उन पर आगामी सत्र में चर्चा की जा सकती है। यह राजनीतिक मांग है।
सरकार क्या करेगी  तय समय पर ही बुलाया जाएगा विधानसभा सत्र। संसदीय कार्यमंत्री डॉ. गोविंद सिंह ने कहा है कि सरकार भाग्य की मर्जी से नहीं चलेगी। विधानसभा का सत्र भी तय समय  से बुलाया जाएगा। उन शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि यह कमलनाथ की सरकार है, कितने भी फ्लोर टेस्ट करवा लो। भाजपा
के भ्रष्टाचारी बच नहीं सकते।

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